गुरुवार, 3 मार्च 2011

शब्द-ज्ञान


शब्द-ज्ञान

1. पर्यायवाची शब्द

किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। यद्यपि पर्यायवाची शब्द समानार्थी होते हैं किन्तु भाव में एक-दूसरे से किंचित भिन्न होते हैं।
1.अमृत- सुधा, सोम, पीयूष, अमिय।
2.असुर- राक्षस, दैत्य, दानव, निशाचर।
3.अग्नि- आग, अनल, पावक, वह्नि।
4.अश्व- घोड़ा, हय, तुरंग, बाजी।
5.आकाश- गगन, नभ, आसमान, व्योम, अंबर।
6.आँख- नेत्र, दृग, नयन, लोचन।
7.इच्छा- आकांक्षा, चाह, अभिलाषा, कामना।
8.इंद्र- सुरेश, देवेंद्र, देवराज, पुरंदर।
9.ईश्वर- प्रभु, परमेश्वर, भगवान, परमात्मा।
10.कमल- जलज, पंकज, सरोज, राजीव, अरविन्द।
11.गरमी- ग्रीष्म, ताप, निदाघ, ऊष्मा।
12.गृह- घर, निकेतन, भवन, आलय।
13.गंगा- सुरसरि, त्रिपथगा, देवनदी, जाह्नवी, भागीरथी।
14.चंद्र- चाँद, चंद्रमा, विधु, शशि, राकेश।
15.जल- वारि, पानी, नीर, सलिल, तोय।
16.नदी- सरिता, तटिनी, तरंगिणी, निर्झरिणी।
17.पवन- वायु, समीर, हवा, अनिल।
18.पत्नी- भार्या, दारा, अर्धागिनी, वामा।
19.पुत्र- बेटा, सुत, तनय, आत्मज।
20.पुत्री-बेटी, सुता, तनया, आत्मजा।
21.पृथ्वी- धरा, मही, धरती, वसुधा, भूमि, वसुंधरा।
22.पर्वत- शैल, नग, भूधर, पहाड़।
23.बिजली- चपला, चंचला, दामिनी, सौदामनी।
24.मेघ- बादल, जलधर, पयोद, पयोधर, घन।
25.राजा- नृप, नृपति, भूपति, नरपति।
26.रजनी- रात्रि, निशा, यामिनी, विभावरी।
27.सर्प- सांप, अहि, भुजंग, विषधर।
28.सागर- समुद्र, उदधि, जलधि, वारिधि।
29.सिंह- शेर, वनराज, शार्दूल, मृगराज।
30.सूर्य- रवि, दिनकर, सूरज, भास्कर।
31.स्त्री- ललना, नारी, कामिनी, रमणी, महिला।
32.शिक्षक- गुरु, अध्यापक, आचार्य, उपाध्याय।
33.हाथी- कुंजर, गज, द्विप, करी, हस्ती।

2. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द


1जिसे देखकर डर (भय) लगेडरावना, भयानक
2जो स्थिर रहेस्थावर
3ज्ञान देने वालीज्ञानदा
4भूत-वर्तमान-भविष्य को देखने (जानने) वालेत्रिकालदर्शी
5जानने की इच्छा रखने वालाजिज्ञासु
6जिसे क्षमा न किया जा सकेअक्षम्य
7पंद्रह दिन में एक बार होने वालापाक्षिक
8अच्छे चरित्र वालासच्चरित्र
9आज्ञा का पालन करने वालाआज्ञाकारी
10रोगी की चिकित्सा करने वालाचिकित्सक
11सत्य बोलने वालासत्यवादी
12दूसरों पर उपकार करने वालाउपकारी
13जिसे कभी बुढ़ापा न आयेअजर
14दया करने वालादयालु
15जिसका आकार न होनिराकार
16जो आँखों के सामने होप्रत्यक्ष
17जहाँ पहुँचा न जा सकेअगम, अगम्य
18जिसे बहुत कम ज्ञान हो, थोड़ा जानने वालाअल्पज्ञ
19मास में एक बार आने वालामासिक
20जिसके कोई संतान न होनिस्संतान
21जो कभी न मरेअमर
22जिसका आचरण अच्छा न होदुराचारी
23जिसका कोई मूल्य न होअमूल्य
24जो वन में घूमता होवनचर
25जो इस लोक से बाहर की बात होअलौकिक
26जो इस लोक की बात होलौकिक
27जिसके नीचे रेखा होरेखांकित
28जिसका संबंध पश्चिम से होपाश्चात्य
29जो स्थिर रहेस्थावर
30दुखांत नाटकत्रासदी
31जो क्षमा करने के योग्य होक्षम्य
32हिंसा करने वालाहिंसक
33हित चाहने वालाहितैषी
34हाथ से लिखा हुआहस्तलिखित
35सब कुछ जानने वालासर्वज्ञ
36जो स्वयं पैदा हुआ होस्वयंभू
37जो शरण में आया होशरणागत
38जिसका वर्णन न किया जा सकेवर्णनातीत
39फल-फूल खाने वालाशाकाहारी
40जिसकी पत्नी मर गई होविधुर
41जिसका पति मर गया होविधवा
42सौतेली माँविमाता
43व्याकरण जाननेवालावैयाकरण
44रचना करने वालारचयिता
45खून से रँगा हुआरक्तरंजित
46अत्यंत सुन्दर स्त्रीरूपसी
47कीर्तिमान पुरुषयशस्वी
48कम खर्च करने वालामितव्ययी
49मछली की तरह आँखों वालीमीनाक्षी
50मयूर की तरह आँखों वालीमयूराक्षी
51बच्चों के लिए काम की वस्तुबालोपयोगी
52जिसकी बहुत अधिक चर्चा होबहुचर्चित
53जिस स्त्री के कभी संतान न हुई होवंध्या (बाँझ)
54फेन से भरा हुआफेनिल
55प्रिय बोलने वाली स्त्रीप्रियंवदा
56जिसकी उपमा न होनिरुपम
57जो थोड़ी देर पहले पैदा हुआ होनवजात
58जिसका कोई आधार न होनिराधार
59नगर में वास करने वालानागरिक
60रात में घूमने वालानिशाचर
61ईश्वर पर विश्वास न रखने वालानास्तिक
62मांस न खाने वालानिरामिष
63बिलकुल बरबाद हो गया होध्वस्त
64जिसकी धर्म में निष्ठा होधर्मनिष्ठ
65देखने योग्यदर्शनीय
66बहुत तेज चलने वालाद्रुतगामी
67जो किसी पक्ष में न होतटस्थ
68तत्त्त्तव को जानने वालातत्त्त्तवज्ञ
69तप करने वालातपस्वी
70जो जन्म से अंधा होजन्मांध
71जिसने इंद्रियों को जीत लिया होजितेंद्रिय
72चिंता में डूबा हुआचिंतित
73जो बहुत समय कर ठहरेचिरस्थायी
74जिसकी चार भुजाएँ होंचतुर्भुज
75हाथ में चक्र धारण करनेवालाचक्रपाणि
76जिससे घृणा की जाएघृणित
77जिसे गुप्त रखा जाएगोपनीय
78गणित का ज्ञातागणितज्ञ
79आकाश को चूमने वालागगनचुंबी
80जो टुकड़े-टुकड़े हो गया होखंडित
818आकाश में उड़ने वालानभचर
82तेज बुद्धिवालाकुशाग्रबुद्धि
83कल्पना से परे होकल्पनातीत
84जो उपकार मानता हैकृतज्ञ
85किसी की हँसी उड़ानाउपहास
86ऊपर कहा हुआउपर्युक्त
87ऊपर लिखा गयाउपरिलिखित
88जिस पर उपकार किया गया होउपकृत
89इतिहास का ज्ञाताअतिहासज्ञ
90आलोचना करने वालाआलोचक
91ईश्वर में आस्था रखने वालाआस्तिक
92बिना वेतन काअवैतनिक
93जो कहा न जा सकेअकथनीय
94जो गिना न जा सकेअगणित
95जिसका कोई शत्रु ही न जन्मा होअजातशत्रु
96जिसके समान कोई दूसरा न होअद्वितीय
97जो परिचित न होअपरिचित
98जिसकी कोई उपमा न होअनुपम

3. विपरीतार्थक (विलोम शब्द)


शब्दविलोमशब्दविलोमशब्दविलोम
अथइतिआविर्भावतिरोभावआकर्षणविकर्षण
आमिषनिरामिषअभिज्ञअनभिज्ञआजादीगुलामी
अनुकूलप्रतिकूलआर्द्रशुष्कअनुरागविराग
आहारनिराहारअल्पअधिकअनिवार्यवैकल्पिक
अमृतविषअगमसुगमअभिमाननम्रता
आकाशपातालआशानिराशाअर्थअनर्थ
अल्पायुदीर्घायुअनुग्रहविग्रहअपमानसम्मान
आश्रितनिराश्रितअंधकारप्रकाशअनुजअग्रज
अरुचिरुचिआदिअंतआदानप्रदान
आरंभअंतआयव्ययअर्वाचीनप्राचीन
अवनतिउन्नतिकटुमधुरअवनीअंबर
क्रियाप्रतिक्रियाकृतज्ञकृतघ्नआदरअनादर
कड़वामीठाआलोकअंधकारक्रुद्धशान्त
उदयअस्तक्रयविक्रयआयातनिर्यात
कर्मनिष्कर्मअनुपस्थितउपस्थितखिलनामुरझाना
आलस्यस्फूर्तिखुशीदुख, गमआर्यअनार्य
गहराउथलाअतिवृष्टिअनावृष्टिगुरुलघु
आदिअनादिजीवनमरणइच्छाअनिच्छा
गुणदोषइष्टअनिष्टगरीबअमीर
इच्छितअनिच्छितघरबाहरइहलोकपरलोक
चरअचरउपकारअपकारछूतअछूत
उदारअनुदारजलथलउत्तीर्णअनुत्तीर्ण
जड़चेतनउधारनकदजीवनमरण
उत्थानपतनजंगमस्थावरउत्कर्षअपकर्ष
उत्तरदक्षिणजटिलसरसगुप्तप्रकट
एकअनेकतुच्छमहानऐसावैसा
दिनरातदेवदानवदुराचारीसदाचारी
मानवतादानवताधर्मअधर्ममहात्मादुरात्मा
धीरअधीरमानअपमानधूपछाँव
मित्रशत्रुनूतनपुरातनमधुरकटु
नकलीअसलीमिथ्यासत्यनिर्माणविनाश
मौखिकलिखितआस्तिकनास्तिकमोक्षबंधन
निकटदूररक्षकभक्षकनिंदास्तुति
पतिव्रताकुलटाराजारंकपापपुण्य
रागद्वेषप्रलयसृष्टिरात्रिदिवस
पवित्रअपवित्रलाभहानिविधवासधवा
प्रेमघृणाविजयपराजयप्रश्नउत्तर
पूर्णअपूर्णवसंतपतझरपरतंत्रस्वतंत्र
विरोधसमर्थनबाढ़सूखाशूरकायर
बंधनमुक्तिशयनजागरणबुराईभलाई
शीतउष्णभावअभावस्वर्गनरक
मंगलअमंगलसौभाग्यदुर्भाग्यस्वीकृतअस्वीकृत
शुक्लकृष्णहितअहितसाक्षरनिरक्षर
स्वदेशविदेशहर्षशोकहिंसाअहिंसा
स्वाधीनपराधीनक्षणिकशाश्वतसाधुअसाधु
ज्ञानअज्ञानसुजनदुर्जनशुभअशुभ
सुपुत्रकुपुत्रसुमतिकुमतिसरसनीरस
सचझूठसाकारनिराकारश्रमविश्राम
स्तुतिनिंदाविशुद्धदूषितसजीवनिर्जीव
विषमसमसुरअसुरविद्वानमूर्ख

4. एकार्थक प्रतीत होने वाले शब्द


1. अस्त्र- जो हथियार हाथ से फेंककर चलाया जाए। जैसे-बाण।
शस्त्र- जो हथियार हाथ में पकड़े-पकड़े चलाया जाए। जैसे-कृपाण।
2. अलौकिक- जो इस जगत में कठिनाई से प्राप्त हो। लोकोत्तर।
अस्वाभाविक- जो मानव स्वभाव के विपरीत हो।
असाधारण- सांसारिक होकर भी अधिकता से न मिले। विशेष।
3. अमूल्य- जो चीज मूल्य देकर भी प्राप्त न हो सके।
बहुमूल्य- जिस चीज का बहुत मूल्य देना पड़ा।
4. आनंद- खुशी का स्थायी और गंभीर भाव।
आह्लाद- क्षणिक एवं तीव्र आनंद।
उल्लास- सुख-प्राप्ति की अल्पकालिक क्रिया, उमंग।
प्रसन्नता-साधारण आनंद का भाव।
5. ईर्ष्या- दूसरे की उन्नति को सहन न कर सकना।
डाह-ईर्ष्यायुक्त जलन।
द्वेष- शत्रुता का भाव।
स्पर्धा- दूसरों की उन्नति देखकर स्वयं उन्नति करने का प्रयास करना।
6. अपराध- सामाजिक एवं सरकारी कानून का उल्लंघन।
पाप- नैतिक एवं धार्मिक नियमों को तोड़ना।
7. अनुनय-किसी बात पर सहमत होने की प्रार्थना।
विनय- अनुशासन एवं शिष्टतापूर्ण निवेदन।
आवेदन-योग्यतानुसार किसी पद के लिए कथन द्वारा प्रस्तुत होना।
प्रार्थना- किसी कार्य-सिद्धि के लिए विनम्रतापूर्ण कथन।
8. आज्ञा-बड़ों का छोटों को कुछ करने के लिए आदेश।
अनुमति-प्रार्थना करने पर बड़ों द्वारा दी गई सहमति।
9. इच्छा- किसी वस्तु को चाहना।
उत्कंठा- प्रतीक्षायुक्त प्राप्ति की तीव्र इच्छा।
आशा-प्राप्ति की संभावना के साथ इच्छा का समन्वय।
स्पृहा-उत्कृष्ट इच्छा।
10. सुंदर- आकर्षक वस्तु।
चारु- पवित्र और सुंदर वस्तु।
रुचिर-सुरुचि जाग्रत करने वाली सुंदर वस्तु।
मनोहर- मन को लुभाने वाली वस्तु।
11. मित्र- समवयस्क, जो अपने प्रति प्यार रखता हो।
सखा-साथ रहने वाला समवयस्क।
सगा-आत्मीयता रखने वाला।
सुहृदय-सुंदर हृदय वाला, जिसका व्यवहार अच्छा हो।
12. अंतःकरण- मन, चित्त, बुद्धि, और अहंकार की समष्टि।
चित्त- स्मृति, विस्मृति, स्वप्न आदि गुणधारी चित्त।
मन- सुख-दुख की अनुभूति करने वाला।
13. महिला- कुलीन घराने की स्त्री।
पत्नी- अपनी विवाहित स्त्री।
स्त्री- नारी जाति की बोधक।
14. नमस्ते- समान अवस्था वालो को अभिवादन।
नमस्कार- समान अवस्था वालों को अभिवादन।
प्रणाम- अपने से बड़ों को अभिवादन।
अभिवादन- सम्माननीय व्यक्ति को हाथ जोड़ना।
15. अनुज- छोटा भाई।
अग्रज- बड़ा भाई।
भाई- छोटे-बड़े दोनों के लिए।
16. स्वागत- किसी के आगमन पर सम्मान।
अभिनंदन- अपने से बड़ों का विधिवत सम्मान।
17. अहंकार- अपने गुणों पर घमंड करना।
अभिमान- अपने को बड़ा और दूसरे को छोटा समझना।
दंभ- अयोग्य होते हुए भी अभिमान करना।
18. मंत्रणा- गोपनीय रूप से परामर्श करना।
परामर्श- पूर्णतया किसी विषय पर विचार-विमर्श कर मत प्रकट करना।
5.समोच्चरित शब्द

1. अनल=आग 
अनिल=हवा, वायु
2. उपकार=भलाई, भला करना
अपकार=बुराई, बुरा करना
3. अन्न=अनाज 
अन्य=दूसरा
4. अणु=कण 
अनु=पश्चात 
5. ओर=तरफ
और=तथा
6. असित=काला 
अशित=खाया हुआ 
7. अपेक्षा=तुलना में 
उपेक्षा=निरादर, लापरवाही 
8. कल=सुंदर, पुरजा
काल=समय
9. अंदर=भीतर 
अंतर=भेद 
10. अंक=गोद 
अंग=देह का भाग 
11. कुल=वंश
कूल=किनारा
12. अश्व=घोड़ा 
अश्म=पत्थर 
13. अलि=भ्रमर
आली=सखी 
14. कृमि=कीट
कृषि=खेती
15. अपचार=अपराध उपचार=इलाज 
16. अन्याय=गैर-इंसाफी 
अन्यान्य=दूसरे-दूसरे 
17. कृति=रचना
कृती=निपुण, परिश्रमी
18. आमरण=मृत्युपर्यंत 
आभरण=गहना 
19. अवसान=अंत 
आसान=सरल 
20. कलि=कलियुग, झगड़ा
कली=अधखिला फूल
21. इतर=दूसरा 
इत्र=सुगंधित द्रव्य 
22. क्रम=सिलसिला कर्म=काम 
23. परुष=कठोर
पुरुष=आदमी
24. कुट=घर,किला 
कूट=पर्वत 
25. कुच=स्तन 
कूच=प्रस्थान 
26. प्रसाद=कृपा
प्रासादा=महल
27. कुजन=दुर्जन 
कूजन=पक्षियों का कलरव 
28. गत=बीता हुआ गति=चाल 
29. पानी=जल
पाणि=हाथ
30. गुर=उपाय 
गुरु=शिक्षक, भारी 
31. ग्रह=सूर्य,चंद्र 
गृह=घर 
32. प्रकार=तरह
प्राकार=किला, घेरा
33. चरण=पैर 
चारण=भाट 
34. चिर=पुराना
चीर=वस्त्र 
35. फन=साँप का फन
फ़न=कला
36. छत्र=छाया 
क्षत्र=क्षत्रिय,शक्ति 
37. ढीठ=दुष्ट,जिद्दी
डीठ=दृष्टि 
38. बदन=देह
वदन=मुख
39. तरणि=सूर्य 
तरणी=नौका 
40. तरंग=लहर 
तुरंग=घोड़ा 
41. भवन=घर
भुवन=संसार
42. तप्त=गरम 
तृप्त=संतुष्ट 
43. दिन=दिवस 
दीन=दरिद्र 
44. भीति=भय
भित्ति=दीवार
45. दशा=हालत 
दिशा=तरफ़ 
46. द्रव=तरल पदार
अथ द्रव्य=धन 
47. भाषण=व्याख्यान
भीषण=भयंकर
48. धरा=पृथ्वी 
धारा=प्रवाह 
49. नय=नीति 
नव=नया 
50. निर्वाण=मोक्ष 
निर्माण=बनाना 
51. निर्जर=देवता निर्झर=झरना 
52. मत=राय
मति=बुद्धि
53. नेक=अच्छा 
नेकु=तनिक 
54. पथ=राह 
पथ्य=रोगी का आहार 
55. मद=मस्ती
मद्य=मदिरा
56. परिणाम=फल 
परिमाण=वजन 
57. मणि=रत्न 
फणी=सर्प 
58. मलिन=मैला
म्लान=मुरझाया हुआ
59. मातृ=माता
मात्र=केवल 
60. रीति=तरीका 
रीता=खाली 
61. राज=शासन
राज=रहस्य
62. ललित=सुंदर 
ललिता=गोपी 
63. लक्ष्य=उद्देश्य 
लक्ष=लाख 
64. वक्ष=छाती
वृक्ष=पेड़
65. वसन=वस्त्र 
व्यसन=नशा, आदत 
66. वासना=कुत्सित 
विचार बास=गंध 
67. वस्तु=चीज
वास्तु=मकान
68. विजन=सुनसान 
व्यजन=पंखा 
69. शंकर=शिव 
संकर=मिश्रित 
70. हिय=हृदय
हय=घोड़ा
71. शर=बाण 
सर=तालाब 
72. शम=संयम 
सम=बराबर 
73. चक्रवाक=चकवा
चक्रवात=बवंडर
74. शूर=वीर 
सूर=अंधा 
75. सुधि=स्मरण 
सुधी=बुद्धिमान 
76. अभेद=अंतर नहीं
अभेद्य=न टूटने योग्य
77. संघ=समुदाय 
संग=साथ 
78. सर्ग=अध्याय 
स्वर्ग=एक लोक 
79. प्रणय=प्रेम
परिणय=विवाह
80. समर्थ=सक्षम 
सामर्थ्य=शक्ति 
81. कटिबंध=कमरबंध
कटिबद्ध=तैयार 
82. क्रांति=विद्रोह
क्लांति=थकावट
83. इंदिरा=लक्ष्मी 
इंद्रा=इंद्राणी 
6. अनेकार्थक शब्द

1. अक्षर= नष्ट न होने वाला, वर्ण, ईश्वर, शिव।
2. अर्थ= धन, ऐश्वर्य, प्रयोजन, हेतु।
3. आराम= बाग, विश्राम, रोग का दूर होना।
4. कर= हाथ, किरण, टैक्स, हाथी की सूँड़।
5. काल= समय, मृत्यु, यमराज।
6. काम= कार्य, पेशा, धंधा, वासना, कामदेव।
7. गुण= कौशल, शील, रस्सी, स्वभाव, धनुष की डोरी।
8. घन= बादल, भारी, हथौड़ा, घना।
9. जलज= कमल, मोती, मछली, चंद्रमा, शंख।
10. तात= पिता, भाई, बड़ा, पूज्य, प्यारा, मित्र।
11. दल= समूह, सेना, पत्ता, हिस्सा, पक्ष, भाग, चिड़ी।
12. नग= पर्वत, वृक्ष, नगीना।
13. पयोधर= बादल, स्तन, पर्वत, गन्ना।
14. फल= लाभ, मेवा, नतीजा, भाले की नोक।
15. बाल= बालक, केश, बाला, दानेयुक्त डंठल।
16. मधु= शहद, मदिरा, चैत मास, एक दैत्य, वसंत।
17. राग= प्रेम, लाल रंग, संगीत की ध्वनि।
18. राशि= समूह, मेष, कर्क, वृश्चिक आदि राशियाँ।
19. लक्ष्य= निशान, उद्देश्य।
20. वर्ण= अक्षर, रंग, ब्राह्मण आदि जातियाँ।
21. सारंग= मोर, सर्प, मेघ, हिरन, पपीहा, राजहंस, हाथी, कोयल, कामदेव, सिंह, धनुष भौंरा, मधुमक्खी, कमल।
22. सर= अमृत, दूध, पानी, गंगा, मधु, पृथ्वी, तालाब।
23. क्षेत्र= देह, खेत, तीर्थ, सदाव्रत बाँटने का स्थान।
24. शिव= भाग्यशाली, महादेव, श्रृगाल, देव, मंगल।
25. हरि= हाथी, विष्णु, इंद्र, पहाड़, सिंह, घोड़ा, सर्प, वानर, मेढक, यमराज, ब्रह्मा, शिव, कोयल, किरण, हंस।

7. पशु-पक्षियों की बोलियाँ


पशुबोलीपशुबोलीपशुबोली
ऊँटबलबलानाकोयलकूकनागायरँभाना
चिड़ियाचहचहानाभैंसडकराना (रँभाना)बकरीमिमियाना
मोरकुहकनाघोड़ाहिनहिनानातोताटैं-टैं करना
हाथीचिघाड़नाकौआकाँव-काँव करनासाँपफुफकारना
शेरदहाड़नासारसक्रें-क्रें करना
टिटहरीटीं-टीं करनाकुत्ताभौंकनामक्खीभिनभिनाना


8. कुछ जड़ पदार्थों की विशेष ध्वनियाँ या क्रियाएँ


जिह्वालपलपानादाँतकिटकिटाना
हृदयधड़कनापैरपटकना
अश्रुछलछलानाघड़ीटिक-टिक करना
पंखफड़फड़ानातारेजगमगाना
नौकाडगमगानामेघगरजना

9. कुछ सामान्य अशुद्धियाँ


अशुद्धशुद्धअशुद्धशुद्धअशुद्धशुद्धअशुद्धशुद्ध
अगामीआगामीलिखायीलिखाईसप्ताहिकसाप्ताहिकअलोकिकअलौकिक
संसारिकसांसारिकक्यूँक्योंआधीनअधीनहस्ताक्षेपहस्तक्षेप
व्योहारव्यवहारबरातबारातउपन्यासिकऔपन्यासिकक्षत्रीयक्षत्रिय
दुनियांदुनियातिथीतिथिकालीदासकालिदासपूरतीपूर्ति
अतिथीअतिथिनीतीनीतिगृहणीगृहिणीपरिस्थितपरिस्थिति
आर्शिवादआशीर्वादनिरिक्षणनिरीक्षणबिमारीबीमारीपत्निपत्नी
शताब्दिशताब्दीलड़ायीलड़ाईस्थाईस्थायीश्रीमतिश्रीमती
सामिग्रीसामग्रीवापिसवापसप्रदर्शिनीप्रदर्शनीऊत्थानउत्थान
दुसरादूसरासाधूसाधुरेणूरेणुनुपुरनूपुर
अनुदितअनूदितजादुजादूबृजब्रजप्रथकपृथक
इतिहासिकऐतिहासिकदाइत्वदायित्वसेनिकसैनिकसैनासेना
घबड़ानाघबरानाश्रापशापबनस्पतिवनस्पतिबनवन
विनाबिनाबसंतवसंतअमावश्याअमावस्याप्रशादप्रसाद
हंसियाहँसियागंवारगँवारअसोकअशोकनिस्वार्थनिःस्वार्थ
दुस्करदुष्करमुल्यवानमूल्यवानसिरीमानश्रीमानमहाअनमहान
नवम्नवमक्षात्रछात्रछमाक्षमाआर्दशआदर्श
षष्टम्षष्ठप्रंतुपरंतुप्रीक्षापरीक्षामरयादामर्यादा
दुदर्शादुर्दशाकवित्रीकवयित्रीप्रमात्मापरमात्माघनिष्टघनिष्ठ
राजभिषेकराज्याभिषेकपियासप्यासवितीतव्यतीतकृप्याकृपा
व्यक्तिकवैयक्तिकमांसिकमानसिकसमवादसंवादसंपतिसंपत्ति
विषेशविशेषशाशनशासनदुःखदुखमूलतयःमूलतः
पिओपियोहुयेहुएलीयेलिएसहाससाहस
रामायनरामायणचरनचरणरनभूमिरणभूमिरसायणरसायन
प्रानप्राणमरनमरणकल्यानकल्याणपडतापड़ता
ढ़ेरढेरझाडूझाड़ूमेंढ़कमेढकश्रेष्टश्रेष्ठ
षष्टीषष्ठीनिष्टानिष्ठासृष्ठिसृष्टिइष्ठइष्ट
स्वास्थस्वास्थ्यपांडेपांडेयस्वतंत्रास्वतंत्रताउपलक्षउपलक्ष्य
महत्वमहत्त्त्वआल्हादआह्लादउज्वलउज्जवलव्यस्कवयस्क

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